प्लांट नर्सरी बिज़नेस की पूरी जानकारी हिंदी में।

प्लांट नर्सरी बिज़नेस कैसे शुरू करे और कैसे मार्किट में अपने पोधो की डिमांड बढ़ाये।

Digital Gaanv के माध्यम से आज हम आपको प्लाट नर्सरी बिज़नेस (Plant Nursery Business) की जानकारी देंगे। यह बिज़नेस आने वाले दिनों में काफी चलने की उम्मीद है। और पोधो की डिमांड मार्किट में बढ़ने वाली है। कोरोना महामारी ने सबको सीखा दिया है की पेड़ पोधो से खिलवाड़ नहीं करना चाइये, नेचर से पंगा नहीं लेना चाइये क्युकी पेड़ पौधे होंगे तो नेचर होंगी और नेचर होगी तो हम सब स्वस्थ होंगे। Nursery Plant Business

प्लांट नर्सरी बिज़नेस की पूरी जानकारी हिंदी में।

प्लांट नर्सरी बिज़नेस (Plant Nursery Business)

अगर आप पेड़ पौधे के शौकीन है तो आप कोरोना महामारी के समय अपने खेतो में या अपनी जगहे में या जगह लेकर प्लांट नर्सरी का बिज़नेस कर सकते हो।इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे की आप प्लाट नर्सरी का बिज़नेस कैसे कर सकते है, किस प्रकार आपको जगह का चयन करना है, किस प्रकार पेड़ पोधो का चयन करना है, कौन कौन से सामान की आपको आवकश्यता होने वाली है, प्लांट नर्सरी बिज़नेस में लगने वाले लाइसेंस और सब्सिड़ी, आपकी टोटल लागत, मार्किट में अपने पोधो की डिमांड कैसे बढ़ानी है और प्लांट नर्सरी बिज़नेस में सफल कैसे ब्ननना है इस सब की जानकारी आपको दी जाएगी। 

प्लांट नर्सरी बिज़नेस क्या है 

एक ऐसी जगहे जहां बीज,और कलम की माधयम की माध्यम से पेड़ -पौधे तैयार किये जाते है। और इन तैयार पेड़ -पोधो को मार्किट में बेचा जाता है। नर्सरी में कई तरह के पेड़ पौधे होते है जैसे -फलो के पेड़, सजावट के पेड़ पौधे, विदेशी फूल और फल के पेड़ पौधे, कनेर, गुड़हल, गुलाब, अशोक, बोतल पाम, चमेली, आम, अमरुद, नाश पाती, आड़ू , लोकाट, पपीता आदि की पौध तैयार की जाती है। आप इस पौध को तैयार करने के बाद मार्किट में बेच सकते है। 

प्लांट नर्सरी के लिए आवश्यक क्या क्या है 

सबसे पहले तो आप जहां नर्सरी शुरू करना चाहते है उसकी जगह, ज़मीन के चारो और पाली हाउस, पौधे तैयार करने के लिए जैविक खाद-मिट्टी, केचवा ,औज़ार, मशीन, पोधो के लिए प्लाट ट्रे, पॉलिथीन, गमले, बीज, लेबर और पानी की अवक्षता होगी सिचाई के लिए। कुछ पोधो के लिए आपको शेड भी डालना होगा क्युकी कुछ ऐसे पौधे भी होते है जो धुप में नहीं होते उनको छाया ज़रूरी होती है। 

प्लाट नर्सरी बिज़नेस कहां कहां शुरू कर सकते है 

आप इस बिज़नेस को अपने घरो की छतो पर शुरू कर सकते है, अपने गार्डन में शुरू कर सकते है, अपने खेतो में शुरू कर सकते है और किराये की ज़मीन पर भी कर सकते है। इस बिज़नेस को शुरू करने से पहले आपको पोधो से सम्बंधित पूरी जानकारी होनी चाइये, मिट्टी की जानकारी होना चाइये, किस महीने में किस पौधे को तैयार किया जा सकता है, और कब नहीं, पौधे को ज़मीन में किस समय लगाना है और किस समय नहीं, कैसे आपका पौधा खरीदने के बाद सुखना नहीं चाइये। 


प्लांट नर्सरी बिज़नेस की पूरी जानकारी हिंदी में।

प्लांट नर्सरी बिज़नेस मार्किट में अलग कैसे नज़र आये 

इसके लिए आपको जो भी पेड़ पौधा आप अपनी नर्सरी तैयार करते है वो आर्गेनिक होना चाइये। कहने का मतलब है की आप यहां भी जैविक खेती से ही पेड़ पौधे तैयार करे। किसी भी प्रकार का यूरिया, डीएपी, पेसटीसीडीएस, इन्सेक्टिसिडेस आदि का प्रयोग बिलकुल भी ना करे। जितनी ज़मीन में आपको नर्सरी तैयार करनी है उतने में पॉलीहॉउस लगाए जिस से आप मक्खी, मच्छर, आदि से अपने पेड़ पोधो को बचा सके और जैविक खाद को तैयार करके उसी का प्रयोग करे। अगर आप ऐसा करते है तो आपके पेड़ पौधे अलग ही नज़र आएंगे और वो आर्गेनिक प्लांट कहलायेंगे। Nursery Plant Business

आम को जैविक से तैयार करे, नाश पाती को भी जैविक से तैयार करे ऐसे ही सभी फल वाले  जैविक  ज़रिये तैयार करे। जब आप पौधा जैविक दोगे तो आगे जाकर किसान भी उसको जैविक से ही पेड़ में बदलेगा। और जो फल उस पर लगेगा उसके दाम आम पेड़ के मुकाबले बहुत ज़्यादा होंगे। आज मार्किट में आर्गेनिक फलो की कीमत बहुत ज़्यादा है। आर्गेनिक (जैविक) सब्ज़िया भी काफी महंगी बिकती है, ऐसे ही जैविक फूलो की खेती भी काफी लाभ दायक है। तो आप जो भी पेड़ पौधा चाहे वो फल का हो, फूल का हो, बिना फूल का हो सभी को पाली हाउस में तैयार करे वो भी जैविक खाद के साथ। अगर आप ऐसा करते है तो आप मार्किट में अलग ही नज़र आएंगे। 

प्लांट नर्सरी का चयन कैसे करे 

देखिये अगर आप प्लांट नर्सरी करना ही चाहते है तो पहले ये विचार करे की आप किस तरह की नर्सरी शुरू करना चाहते है -जैसे फलो वाले पेड़ पोधो की नर्सरी, सब्ज़ियों की नर्सरी, फूलो की नर्सरी, या जो साधारण नर्सरी होती है जिनमे फूल फल सब्ज़ी हर तरह के पौधे मिलते है। बीएस यहां ध्यान वाली एक ही बात है की आपको जैविक पेड़ पौधे तैयार करने है। तभी आप बिलकुल अलग नज़र आएंगे मार्किट में और हर कोई आपसे खरीदना चाहेगा। Nursery Plant Business

प्लांट नर्सरी के लिए सब्सिड़ी और लाइसेंस 

अगर आप प्लाट नर्सरी बिज़नेस करना चाह रहे है तो सरकार नर्सरी के लिए सब्सिड़ी देती है अलग अलग राज्यों में अलग अलग है तो इसके लिए आप उद्योग विभाग से जानकारी हासिल करे। और इसके लिए आपको लाइसेंस की भी ज़रूरत होगी उसके लिए भी उद्योग विभाग में जाकर संपर्क करे। 

प्लांट नर्सरी के लिए प्लाट और बीज कहां से खरीदे 

  • आप प्लांट और बीज दोनों कृषि विभाग से खरीद सकते है। 
  • किसी प्राइवेट नर्सरी आप खरीद सकते है। 

प्लांट नर्सरी बिज़नेस में टोटल लागत कितनी लगेगी 

आपकी शुरू की लागत निर्भर करती है की आप किस लेवल पर शुरू कर रहे है। अगर आप बड़े लेवल पर शुरू कर रहे है तो कम से कम शुरू में 2 लाख 50 हज़ार से 5 लाख तक का आपका खर्च आजयेगा। लेकिन अगर छोटे लेवल पर कर रहे है तो 50000 हज़ार रुपये से लेकर 1लाख 50 हज़ार तक आजयेगा। 

प्लांट नर्सरी में मुनाफा 

प्लांट नर्सरी में आप आराम से 20000 रुपये से 75000 हज़ार रुपये का मुनाफा ले सकते है। बस आपका पौधा जैविक खेती से तैयार हुआ हो, किसी प्रकार का केमिकल प्रयोग न किया हो। और आपकी मार्केटिंग अच्छी हो। आप एक वेबसाइट बना कर उसपर विज्ञापन लगा सकते है। वेबसाइट से एंड्राइड एप की मदद से आप अपनी सभी जानकारी लोगो के मोबाइल में पहुंचा सकते है। ऑनलाइन डिलीवरी दे सकते है। टारगेट कर सकते है स्कूल, कॉलेजेस, होटल्स, रेस्टोरेंट, हॉस्पिटल्स, रोड, गार्डन, गोशाला, आदि। अगर आपकी मार्केटिंग अच्छी है तो आप इस बिज़नेस में लाखो रुपये पर महीना भी कमा सकते हो और आप प्लांट नर्सरी में सफल बन सकते हो। 

आज की पोस्ट हमारी आप किसान भाइयो और सभी गाँव वासियो के लिए थी की आप प्लांट नर्सरी का बिज़नेस करके अच्छी आमदनी कर सकते है। बस आपको मोबाइल मार्केटिंग आना ज़रूरी है। आज सभी कुछ मोबाइल और इंटरनेट से चल रहा है तो क्यों न इसी बुसनेस्स को डिजिटल बिज़नेस बनाया जाये और ज़्यादा मुनाफा लिया जाये। जैविक खेती अपनाओ और देश को खुश हाल बनाओ। डिजिटल किसान से बनेगा डिजिटल गाँव और डिजिटल गाँव से बनेगा डिजिटल भारत। हमारी पोस्ट कैसी लगी कमेंट ज़रूर कर के बातये और हमारी पोस्ट को ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करे। 

#plantnursery #nurserybusiness #digitalgaanv #digitalkisan #digitalbusiness

टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

कृपया कमेंट बॉक्स में किसी भी स्पैम लिंक को दर्ज न करें।