किसान कर रहे इस महंगी औषधि की खेती और आमदनी 30 लाख प्रति एकड़।

किसान करे इस महंगी औषधि की खेती और हर 4 महीने में कमा सकते है 30 से 40 लाख प्रति एकड़। 

बहुत ही कमाल की और महंगी औषधि है यह। Lepidium sativum farming भारत में अलग अलग जगह किसान इस औषधि की खेती कर रहे है और लाखो की आमदनी कर रहे है प्रति एकड़। Aushadhi ki kheti, Lepidium sativum farming 

किसान कर रहे इस महंगी औषधि की खेती और आमदनी 30 लाख प्रति एकड़।

एक ऐसी औषधि की खेती जिस से कमाई लाखो में 

किसान भाइयो आज एक ऐसी औषधि खेती के बारे में हम आपको बताएंगे जिसकी मार्किट डिमांड भी बहुत ज़्यादा है और जो बहुत ही महंगी है। Lepidium sativum farming किसान भाई इसकी खेती भारत के अलग अलग राज्यों में कर रहे है और हर 4 महीना में लाखो रूपये कमा रहे है। Lepidium sativum farming मेडिसिनल प्लांट्स की खेती को आज बहुत ज़्यादा तवज्जो दी जा रही है क्युकी करोना वायरस की वजह से मेडिसिनल औषधि की डिमांड बहुत ज़्यादा बढ़ी है। और आने वाले समय में इस औषधि की बहुत ज़्यादा डिमांड रहने वाली है। Lepidium sativum farming  

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इस औषधि खेती की विशेषताएं 

  • इस औषधि का पौधा बहुत ही तीव्र गति से बढ़ता है। लगभग लगते तो 3 महीने है इस पौधे को तैयार होने में। पर यह पौधा चारो तरफ फैलता बहुत है। Lepidium sativum farming 
  • यह एक बढ़िया औषोधी भी है और एक पुरानी जड़ी बूटी भी है। 1500 साल पुरानी है यह औषोधी। Lepidium sativum farming
  • इसके बीजो से एक विशेष प्रकार का तेल निकलता है। जिसकी कीमत हमारे भारत में 9000 से 14000 हज़ार रूपये लीटर बिकता है। Lepidium sativum farming

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किसान कर रहे इस महंगी औषधि की खेती और आमदनी 30 लाख प्रति एकड़।

  • दमा, जोड़ो में दर्द, कमर में दर्द, लकवे आदि में इस औषधि के तेल का प्रयोग होता है। Lepidium sativum farming
  • कई सारी उनानी, हर्बल, आयुर्वेदिक और अंग्रेजी दवाइयों के बनाने में इस औषधि का प्रयोग किया जाता है। 
  • इस औषधि का पशु आहार बनाने में भी प्रयोग किया जाता है। Lepidium sativum farming
  • एक साल में आप इसकी तीन फसल ले सकते है। 
  • और जिस औषधि के बारे में हम बात कर रहे है इसका नाम है चन्द्रशूर औषधि। Lepidium sativum farming

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चन्द्रशूर औषधि की खेती कैसे करे (Lepidium sativum farming)

सबसे पहले इसके बीजो को अंकुरित करे। फिर इनकी बुवाई करे। 4 किलो बीज की ज़रूरत पड़ेगी आपको एक अकड़ में इसकी खेती करने के लिए। इसके बीज आप ऑनलाइन खरीद सकते है। लिंक पर क्लिक करे यहां से आपको बीज मिल जायेंगे। चन्द्रशूर औषधि के बीज भारत में इसकी खेती उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, हिमांचल प्रदेश और पंजाब के कई अलग अलग इलाको  खेती की जा रही है। चन्द्रशूर औषधि की की बीजाई 1 अक्टूबर से लेकर 30 नवंबर तक की जाती है। हर तीन महीने में आप इसकी फसल से आमदनी कर सकते है। Lepidium sativum farming

मिट्टी 

उत्तर भारत की दोमट मिट्टी में तीन बार जुताई कर के मुलायम बना ले और उसमे गोबर खाद मिलकर 3 दिन छोड़ दे। उसके बाद बीजो को भिगो दे। बीजो के अंकुरित होने के बाद बीजो की बुवाई करे। बीजो को ज़्यादा दबाना नहीं है मिट्टी में। बस भुरभरी मिट्टी होनी चाइये। इसके बीज 5 दिनों में अंकुरित हो जाते है। चन्द्रशूर औषधि की फसल 4 महीने तैयार हो जाती है। Lepidium sativum farming

पैदावार 

इस औषधि की पैदावार 350 से 400 क्विंटल तक होती है। Lepidium sativum farming

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किसान कर रहे इस महंगी औषधि की खेती और आमदनी 30 लाख प्रति एकड़।

शुरुवात में खर्च 

चन्द्रशूर औषधि की खेती  में 10000 रूपये से लेकर 15000 तक खर्च आता है। Lepidium sativum farming

बीजाई का तरीका 

एक लाइन से दूसरी लाइन  30 cm होनी चाइये। और  गहराई 1 cm से 2 cm होनी चाइये। खेत में गोबर खाद का मिश्रण करे। 20 किलो नाइट्रोजन, 20 किलो पोस्फोरस और 10 किलो पोटाश प्रति एकड़ डाले। Lepidium sativum farming

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सिचाई 

चन्द्रशूर औषधि की खेती में सिचाई की ज़्यादा ज़रूरत नहीं होती है। इसमें 2 से 3 सिचाई आप कर सकते है। बीज जमाओ के समय नमि रहना ज़रूरी है। इसलिए बीजाई के बाद हल्का हल्का पानी ज़रूर लगाए। दूसरा पानी दूधिया अवस्था में लगाए। Lepidium sativum farming

निराई गुड़ाई 

लगातार खतपरवार निकालते रहे। 3 से 6 सप्ताह के बीच 2 बार निराई गुड़ाई करे। Lepidium sativum farming

कटाई 

120 दिन में यह खेती पक जाती है। इसका पौधा पीला पड़ जाता है तब इसकी कटाई करे। 2 से 3 दिन तक इसको खेत में ही सूखने दे। Lepidium sativum farming

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कहाँ बेचे 

चन्द्रशूर औषधि आप अपने आस पास की मंडी में भी बेच सकते हो और आप डायरेक्ट ऑनलाइन डीलरों से भी संपर्क कर सकते हो। INDIAMARTAYURFIRM इन लिंक्स पर क्लिक करके आप अपनी फसल बहुत ही शानदार रेट पर बेच सकते हो। Lepidium sativum farming

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टिप्पणियाँ

  1. Iske bij kaha milege me bona chahta hu ek bige me rajsthan se hu sir 9785006021

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  2. Me oshdhi ki kheti karna chahta hu agar koi company conterect kheti karvana chata h to mere pas so biga jamin h

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  3. Sir hame karna hai iski kheti biz aur mandi ke bare puri jaankari de mo. 9872672801 mai up se hu

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  4. क्या चंद्रशूर की खेती CSIR CIMAP के माध्यम से भी की जा सकती है सर,, क्या किसी रजिस्टर्ड फार्म का नंबर पता मिल सकता है।

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  5. सर 🙏क्या इस खेती के परिणाम को खरीदने वाले किसी रजिस्टर्ड फार्म का नाम पता नम्बर बता सकते है जो हमारी सहायता कर सके। Rajeshverma, ambedkar nagar up, pin 224129

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  6. The warp tying machine is an indispensable automatic equipment in the weaving workshop of the weaving factory for connecting the warp yarn of the loom with the warp yarn of the new weaving shaft to complete the purpose of warp tying and shaft changing.

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