अगर आप भी कृषि क्षेत्र में अपना डिजिटल बिजनेस शुरू करना चाहते हैं और खेती नहीं करना चाहते हैं तो आपके लिए एक अच्छा अवसर है।
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने एक योजना शुरू की है, जिसके द्वारा आप न केवल आसानी से डिजिटल बिजनेस शुरू कर सकते हैं, बल्कि अच्छा पैसा भी कमा सकते हैं। केंद्र सरकार की इस योजना को मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना कहा जाता है।
अगर आप भी कृषि क्षेत्र में अपना डिजिटल बिजनेस शुरू करना चाहते हैं और खेती नहीं करना चाहते हैं तो आपके लिए एक अच्छा अवसर है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने एक योजना शुरू की है, जिसके द्वारा आप न केवल आसानी से डिजिटल बिजनेस शुरू कर सकते हैं, बल्कि अच्छा पैसा भी कमा सकते हैं। ऐसे में गांव के वे लोग जो रोजगार की तलाश में हैं, उन्हें इस योजना से काफी फायदा हो सकता है।
साथ ही, यह उन लोगों के लिए बहुत कारगर साबित हो सकता है जो कुछ अलग काम करना चाहते हैं। ऐसी स्थिति में आप इस तरह से रोजगार कर सकते हैं और जल्द ही आप मुनाफा कमाने लगते हैं। आज हम आपको बताते हैं कि यह योजना क्या है और आप इससे अच्छा पैसा कैसे कमा सकते हैं।
यह योजना क्या है?
दरअसल, केंद्र सरकार की इस योजना का नाम मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना है। इस योजना के माध्यम से, ग्रामीण स्तर पर एक छोटी मृदा परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित की जानी है और फिर इस प्रयोगशाला के माध्यम से अच्छे पैसे कमाए जा सकते हैं। अभी देश में किसान परिवारों की संख्या की तुलना में लैब बहुत कम हैं। इसलिए, इसमें रोजगार की बड़ी गुंजाइश है।
यहाँ क्या होता है
यहां खेत की मिट्टी का परीक्षण किया जाता है। इसकी जांच करके इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों का पता लगाया जाता है और इससे इसमें सुधार किया जा सकता है। मिट्टी नमूनाकरण, परीक्षण और मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा 300 प्रति नमूना उपलब्ध कराया जा रहा है। यहां, मिट्टी की जांच करने के बाद, यह जाना जाता है कि खेती के समय आपको कितनी खाद लगाना है और कौन सी फसल उगाई जानी चाहिए। इसके साथ ही खाद आदि के बारे में कई और जानकारी मिलती है।
इस लैब को कौन खोल सकता है?
इस योजना के माध्यम से, 18 से 40 वर्ष के बीच के ग्रामीण युवा इस लैब को खोल सकते हैं। इसके साथ ही उम्मीदवार को कृषि क्लिनिक, कृषि उद्यमी प्रशिक्षण के साथ द्वितीय श्रेणी से विज्ञान विषय के साथ मैट्रिक होना आवश्यक है।
इसकी कीमत कितनी होती है?
वैसे, इस तरह की किसी भी लैब को स्थापित करने में लगभग 5 लाख रुपये का खर्च आता है। लेकिन, अगर आप इस योजना का लाभ लेते हैं, तो आपको इसका 75 प्रतिशत पैसा सरकार से मिलता है। यानी सरकार आपको 3.75 लाख रुपये देती है। इसके बाद, आपको केवल 1 लाख 25 हजार रुपये खर्च करने होंगे। वहीं, अगर कमाई की बात करें तो आप इससे अच्छी कमाई कर सकते हैं।
आपको कहां संपर्क करना है?
प्रयोगशाला बनाने के इच्छुक युवा, किसान या अन्य संगठन जिले के कृषि उपनिदेशक, संयुक्त निदेशक या उनके कार्यालय में एक प्रस्ताव बना सकते हैं। इसके लिए आप landoff.nic.in वेबसाइट या फिर मिट्टी की वेबसाइट dac.gov.in पर संपर्क कर सकते हैं।
किसान कॉल सेंटर (1800-180-1551) पर संपर्क करके अधिक जानकारी भी प्राप्त की जा सकती है। सरकार जो पैसा देगी, उसमें से 2.5 लाख रुपये लैब चलाने के लिए टेस्ट मशीन, केमिकल और दूसरी जरूरी चीजें खरीदने पर खर्च किए जाएंगे। एक लाख रुपये कंप्यूटर, प्रिंटर, स्कैनर, जीपीएस की खरीद पर खर्च किए जाएंगे।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
कृपया कमेंट बॉक्स में किसी भी स्पैम लिंक को दर्ज न करें।