Sugarcane sowing: गन्ना बुवाई कैसे करे की गन्ना जबरदस्त हो, डीएपी एसएसपी और यूरिया कितना और कैसे पड़ेगा और कितनी मात्रा में पड़ेगा इस सब की जानकारी इस ख़ास पोस्ट मे जाने। Sugarcane sowing
गन्ना बुवाई कैसे करे की उत्पादन ज़बरदस्त हो (Sugarcane sowing)
किसान भाइयो गन्ने की बुवाई का सही समय चल रहा है। Sugarcane sowing गन्ने बुवाई में क्या क्या प्रयोग करना चाइये खाद के साथ साथ और भी क्या डालना चाइये, कितनी मात्रा में क्या प्रयोग करे जिस से गन्ने की फुटाओ ज़बरदस्त हो, स्वस्थ गन्ने, मोटा गन्ना और पैदावार ज़बरदस्त हो। Sugarcane sowing
गन्ना बुवाई से पहले खेत की तैयारी
गन्ना बुवाई में जो दो सबसे ज़रूरी बाते है वो है खेत की तैयारी और गन्ने की वैरायटी (गन्ना बीज) का चयन। Sugarcane sowing खेत की तैयारी में किसान अपने खेत की मिट्टी जो हल से एक बार ज़रूर पलट दे। खेत से खरपतवार को हमेशा के लिए ख़त्म कर दे। खेत से खरपतवार हमेशा के लिए जड़ से खत्म। 100 % रिजल्ट। Sugarcane sowing
खेत की अच्छे से बहती करे। मिट्टी को भुरभुरी बना दे। Sugarcane sowing जिस से जब हम खेत में खूड़ निकले तो वो बिलकुल प्लेन निकले। खूड़ की मिट्टी दोबारा खूड़ में ना गिरे। Sugarcane sowing
गन्ना बुवाई से पहले बीज का चयन
दूसरी सबसे ख़ास बात गन्ना बीज का चयन। रोग रहित बीज होना चाइये। Sugarcane sowing गन्ने के उस हिस्से से बीज ले जो पूरी तरीके से स्वस्थ हो। Sugarcane sowing गन्ने का लाल सड़न रोग काफी हद तक रोका जा सकता है। जब बीज की कटाई करे तो लाल सड़न रोग वाले बीज को अलग कर ले। और स्वस्थ बीज अलग कर ले। इस से शुरू से ही आप इस रोग पर लगाम ला सकते है। Sugarcane sowing
और सबसे ज़रूरी बात गन्ने के बीज की कटाई सिर्फ एक आँख या दो आंख की करे। इस से ज़्यादा ना करे। Sugarcane sowing
जिस खेत से किसान बीज को काटने जा रहे है Sugarcane sowing उस खेत में पांच रोज़ पहले पानी दे दे। इसके फायदे ये है की गन्ने की हर आँख फुटाओ करेगी, गन्ने का जमाओ बहुत जल्द होगा। कल्ले स्वस्थ निकलेंगे। Sugarcane sowing
गन्ने के बीज का उपचार
गन्ने के बीज का उपचार करने के लिए जो आपको दवा का इस्तेमाल करना है Sugarcane sowing उसमे आप HEXASTOP 150 ग्राम और IMIDACLOPRID 150 मिली लीटर लेकर इसका पानी के साथ घोल बना ले और कम से कम 15 मिन्ट तक गन्ने के बीज तो इस घोल में डूबा कर रखे। Sugarcane sowing और फिर घोल से निकाल कर सीधे बुवाई करे। Sugarcane sowing
गन्ना बुवाई के समय खाद कौन कौन सी डाले और कितनी मात्रा में डाल
नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश ये तीन मुख्य पोषक तत्व है हमारी फसल के। नाइट्रोजन यानी यूरिया का शुरू के 90 दिन तक गन्ने की फसल में एहम रोल रहता है। Sugarcane sowing पत्ती बढ़ाने के लिए। कल्ले निकलने के लिए एहम होता है। गन्ना बुवाई के समय नाइट्रोजन 30 किलोग्राम प्रयोग करे। Sugarcane sowing अगर आप गन्ना बुवाई Single super phosphate (SSP) करने जा रहे है तो आप नाइट्रोजन 40 किलोग्राम तक रख सकते है एक एकड़ में। Sugarcane sowing
अब बात करते है फास्फोरस की जो गन्ने की जड़ो को बढ़ाने के लिए यानी विकास के लिए, गन्ने की संख्या को बढ़ाने के लिए, गन्ने में रस की मात्रा को बढ़ाने के लिए फास्फोरस बहुत ज़रूरी होती है। Sugarcane sowing फास्फोरस गन्ना बुवाई के समय पूरी मात्रा में डाले। अगर किसान डीएपी डाल रहे है तो एक एकड़ में 60 किलो खूडो में बीज डालने से पहले डाले। Sugarcane sowing अगर आप डीएपी को छोड़ SSP का प्रयोग कर रहे है तो 2.5 बैग आपको डालना होगा एक एकड़ में। इसमें आपको सुलपुर और कैल्शियम दोनों तत्व मिल जायेंगे। Sugarcane sowing
पोटाश खाद गन्ने के विकास के साथ साथ गन्ने में रोग, कीट के लड़ने के साथ, गन्ने में सकरा शुगर को स्टोर करने में भी मदद करती है। Sugarcane sowing पोटाश गन्ने के वज़न को बढाती है। गन्ने की फसल को गिरने से बचाती है। गन्ना बुवाई के समय किसान पोटाश 25 किलोग्राम दे सकते है। एक एकड़ में। Sugarcane sowing
अगर किसान भाई सागरिका का प्रयोग कर रहे है तो एक अकड़ में 10 किलोग्राम ही डाले। Sugarcane sowing सागरिका, फसल की शारीरिक दक्षता को बढ़ाता है, जिससे पौधे मिट्टी से अधिक पोषक तत्वों का अवशोषण करते हैं। Sugarcane sowing सागरिका, उपज की गुणवत्ता को बढ़ाता है। सागरिका, फसल की विभिन्न प्रकार के तनाव जैसे रोग, कीट आदि के प्रति प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। Sugarcane sowing
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