अकरकरा औषधीय पौधे की खेती में लागत बहुत कम और कमाई लाखो में, अकरकरा की खेती की पूरी जानकारी।

Ayurvedic Akarkara ki khetiऔषधीय पौधा अकरकरा आज किसानों के लिए आय का जरिया बन गया है। अंग्रेजी में इसे पेलिटोरी रूट कहते हैं। अकरकरा की खेती एक खास औषधीय पौधे के रूप में की जाती है। Ayurvedic Akarkara ki kheti

अकरकरा औषधीय पौधे की खेती में लागत बहुत कम और कमाई लाखो में, अकरकरा की खेती की पूरी जानकारी।

Ayurvedic Akarkara ki kheti

आयुर्वेद दुनिया की सबसे पुरानी चिकित्सा प्रणाली है और औषधीय पौधों का उपयोग करती है। कोरोना काल में देश और दुनिया में औषधीय पौधों की मांग काफी बढ़ गई है और औषधीय पौधों की खेती करने वाले किसानों ने अच्छा मुनाफा कमाया है। Ayurvedic Akarkara ki kheti

देश की कई नामी कंपनियों के आयुर्वेद उत्पाद पूरी दुनिया में मशहूर हैं और साल भर इनकी मांग बनी रहती है। औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा देने के लिए कई राज्यों में सरकार द्वारा सब्सिडी और अनुदान भी प्रदान किया जाता है। Ayurvedic Akarkara ki kheti

अकरकरा की खेती की जानकारी

औषधीय पौधा अकरकरा आज किसानों के लिए आय का जरिया बन गया है। अंग्रेजी में इसे पेलिटोरी रूट कहते हैं। अकरकरा की खेती एक खास औषधीय पौधे के रूप में की जाती है। अकरकरा पौधे की जड़ों का इस्तमाल आयुर्वेदिक औषधि बनाने में किया जाता है।

अकरकरा औषधीय पौधे की खेती में लागत बहुत कम और कमाई लाखो में, अकरकरा की खेती की पूरी जानकारी।

अकरकरा का इस्तमाल पिछले चारसो सालो से आयुर्वेद में किया जा रहा है। अकरकरा कई औषधीय गुणों से भरपूर है। अकरकरा के बीज और डंठल की मांग बनी रहती है। अकरकरा का उपयोग डेंटिन और दर्द निवारक और तेलों के निर्माण में किया जाता है। Ayurvedic Akarkara ki kheti

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अकरकरा की फसल कितने दिनों में तैयार होती है

अकरकरा की खेती कम लागत वाली और अधिक उपज देने वाली होती है। अकरकरा की खेती 6 से 8 महीने की होती है। अकरकरा के पौधों को बढ़ने के लिए समशीतोष्ण जलवायु की आवश्यकता होती है। अकरकरा के पौधों पर भीषण गर्मी या अत्यधिक ठंड का असर नहीं पड़ता है। अकरकरा की खेती के लिए मिट्टी का P.H. मान सामान्य होना चाहिए।  Akarkara ki kheti

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अकरकरा की खेती भारत में कहां कहां की जाती है।

भारत में अकरकरा की खेती मुख्य रूप से मध्य भारत, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा और महाराष्ट्र राज्यों में होती थी। Ayurvedic Akarkara ki kheti

अकरकरा की खेती के लिए उपयुक्त भूमि

यदि आप अकरकरा की खेती करना चाहते हैं, तो आप अच्छी जल निकासी वाली उपजाऊ भूमि का चयन कर सकते हैं। जलभराव और भारी मिट्टी वाले खेतों में इसकी खेती नहीं की जा सकती है। हमारे देश में इसकी खेती रबी फसल के साथ-साथ की जाती है। Ayurvedic Akarkara ki kheti

इस औषधीय पोधे की खेती में लागत बहुत कम और मुनाफा 5 से 6 लाख।

अकरकरा की खेती के लिए मिट्टी भंगुर और मुलायम होनी चाहिए, क्योंकि यह एक कंद की फसल है। यानी यह जमीन के नीचे आलू-मूली की तरह उगता है। Ayurvedic Akarkara ki kheti

अकरकरा की खेती से बेहेतर उपज पाने के लिए क्या करे।

  • अकरकरा की खेती के लिए खेत को अच्छी तरह से जोतकर कुछ दिनों के लिए छोड़ दे। जिस से सभी प्रकार के खतपरवार सुख का खत्म हो जाए। Ayurvedic Akarkara ki kheti
  • अब कुछ दिनों बाद खेत में जैविक खाद डालकर अच्छी तरह मिला लें। Ayurvedic Akarkara ki kheti
  • आप अकरकरा को बीज और पौधे दोनों रूपों में उगा सकते हैं। अकरकरा का पौधा भी नर्सरी में तैयार किया जाता है। अब अगर आपने नर्सरी से अकरकरा के पोधे तैयार कर रखे है तो 15 से 20 सेंटीमीटर की दूरी पर मेड बनाकर लगाए। लेकिन अगर सीधे खेत में बीज बोना चाहते है तो अकरकरा की खेती के लिए लगभग 3 किलो प्रति एकड़ बीज के रूप में जरूरत पड़ेगी। Ayurvedic Akarkara ki kheti
  • अकरकरा का पौधा खेत में लगाने के बाद तुरंत सिंचाई कर दी जाती है। हालांकि, ज्यादा सिंचाई नहीं करनी है। Ayurvedic Akarkara ki kheti
  • अकरकरा की अच्छी पैदावार और पौधों की वृद्धि के लिए हर 15 दिन बाद निराई गुड़ाई करे। Ayurvedic Akarkara ki kheti

अकरकरा औषधीय पौधे की खेती में लागत बहुत कम और कमाई लाखो में, अकरकरा की खेती की पूरी जानकारी।

अकरकरा की खेती या नर्सरी का समय

अकरकरा को अक्टूबर-नवंबर के महीने तक रोपाई या बीज के रूप में बोना चाहिए। Ayurvedic Akarkara ki kheti

अकरकरा की खेती से उत्पादन

अकरकरा के पौधे रोपाई या बुवाई के 5-6 महीने बाद खुदाई के लिए तैयार हो जाते हैं। पौधा तैयार होने के बाद सूखने लगता है, फिर किसान इसकी खुदाई शुरू करते हैं। यह एक संदेश है कि फसल तैयार है। Ayurvedic Akarkara ki kheti


खुदाई के बाद अकरकरा के पौधे को जड़ से अलग कर दिया जाता है। इसे तीन से चार दिनों तक छायादार स्थान पर सुखाया जाता है। सूखने के बाद आप इसे बाजार में बेच सकते हैं। एक एकड़ से डेढ़ से दो क्विंटल बीज तथा 8 से 10 क्विंटल जड़ एक बार में प्राप्त होती है। Ayurvedic Akarkara ki kheti

अकरकरा की खेती में लागत

लागत की बात करें तो एक एकड़ में अकरकरा की खेती करने में 40 हजार रुपए से भी कम का खर्च आता है। Ayurvedic Akarkara ki kheti

अकरकरा की खेती से फायदा

फिलहाल अकरकरा की कीमत 300 से 400 रुपये प्रति किलो है, जिससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आप अकरकरा की खेती से कितनी कमाई कर सकते हैं। Ayurvedic Akarkara ki kheti

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