आलू की इस किस्म की खेती करे किसान, बंपर पैदावार और लागत बहुत कम।

Aalu ki nai Varieties : प्रशिक्षण के रूप में एक सरकारी संस्थान ने Aalu ki kism कसावा और चीनी आलू की किस्मों Potato Varieties की खेती की थी, जो सफल रही हैं। इसके बाद अब बड़ी संख्या में किसान इन दोनों किस्मों की खेती की ओर रुख कर रहे हैं। Aalu ki nai Varieties

आलू की इस किस्म की खेती करे किसान, बंपर पैदावार और लागत बहुत कम।

Aalu ki nai Varieties (Potato Varieties)

देश के किसान अब कसावा और चीनी आलू की खेती कर अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। Potato Varieties सबसे अच्छी बात यह है कि ये दोनों आलू की किस्में कीट प्रतिरोधी हैं यानी ये कीट के हमले से प्रभावित नहीं होंगे और उत्पादन बहुत अधिक होता है। Aalu ki nai Varieties

प्रशिक्षण के रूप में एक सरकारी संस्थान ने कसावा और चीनी आलू की किस्मों की खेती की थी, जो सफल रही हैं। Potato Varieties इसके बाद अब बड़ी संख्या में किसान इन दोनों फसलों की खेती की ओर रुख कर रहे हैं। Aalu ki nai Varieties

एक रिपोर्ट के अनुसार, तिरुवनंतपुरम स्थित सेंट्रल ट्यूबर क्रॉप रिसर्च इंस्टीट्यूट (CTCRI) ने जिले के दो गांवों में इन किस्मों Potato Varieties को लगाकर कसावा और चीनी आलू (सिरुकिज़ंगु) की एक नई उच्च उपज और कीट प्रतिरोधी किस्म की क्षमता का प्रदर्शन किया है। Aalu ki nai Varieties

इन आलू की किस्मों में लागत बहुत कम

रिपोर्ट में बताया गया है कि कसावा की श्री रक्षा किस्म पांच किसानों के खेतों में लगाई गई थी। वहीं, दूसरे गांव के 8 किसानों के खेतों में चीनी आलू का असर साबित हुआ है। दोनों प्रयोगों में इन दो नई किस्मों Potato Varieties की उच्च उपज क्षमता देखी गई है। सफल प्रयोग को देखते हुए किसान अब इन कंद फसलों को अपने खेतों में लगाने का विकल्प चुन रहे हैं। Aalu ki nai Varieties
आलू की इस किस्म की खेती करे किसान, बंपर पैदावार और लागत बहुत कम।

आलू की इन किस्मों का उत्पादन

सीटीसीआरआई, तिरुवनंतपुरम के प्रमुख और प्रधान वैज्ञानिक जी बायजू के अनुसार, कसावा की नई किस्म बहुत अच्छी गुणवत्ता के साथ 45 टन प्रति हेक्टेयर उपज देती है। Potato Varieties साथ ही यह रोग प्रतिरोधी भी है। किसानों को रोग की रोकथाम और कीट नियंत्रण के लिए रासायनिक दवाओं का छिड़काव नहीं करना पड़ेगा। इससे उनकी लागत कम होगी। Aalu ki nai Varieties

बायजू ने कहा कि इन दोनों किस्मों के लिए किसानों की ओर से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। Potato Varieties अधिक उपज देने वाले कसावा की श्री रक्षा किस्म की खेती के लिए कई किसान बीज एवं अन्य रोपण सामग्री की मांग को लेकर संस्थान में आ रहे हैं। Aalu ki nai Varieties

सीटीसीआरआई ने एक दर्जन किसानों को बीज, रोपण सामग्री और उपयुक्त उर्वरक वितरित किए हैं। बायजू का कहना है कि इस किस्म के कसावा की खेती करने से निश्चित तौर पर किसानों की आमदनी में काफी इजाफा होगा। Aalu ki nai Varieties

सामान्य किस्मों से 50 प्रतिशत अधिक होगी पैदावार

चीनी आलू एक प्रमुख व्यावसायिक रूप से उगाई जाने वाली फसल है। सीटीसीआरआई द्वारा विकसित Potato Varieties इस आलू की श्री धरा किस्म के सफल प्रशिक्षण के बाद बड़ी संख्या Aalu ki nai Varieties में किसान इसकी खेती की ओर आकर्षित हो रहे हैं। Aalu ki nai Varieties

सीटीसीआरआई के प्रधान वैज्ञानिक आर मुथूराज ने कहा कि जब हमने प्रायोगिक आधार पर इस किस्म को यहां लगाया तो स्थानीय किस्मों की तुलना में 50 प्रतिशत अधिक उपज प्राप्त हुई। Aalu ki nai Varieties

वहीं दूसरी ओर गुणवत्ता से भरपूर और बड़े आकार के होने के कारण श्री धरा किस्म के आलू को बाजार में अच्छी कीमत मिली, जिसका सीधा फायदा किसानों को हुआ। यही कारण है कि किसान अब बड़ी मात्रा में चीनी आलू की श्री धरा किस्म की खेती कर रहे हैं। Aalu ki nai Varieties

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